तुझे पता क्या तेरे फैसले की कीमत है
मेरा वजूद बदलता दिखाई देता है
मेरा वजूद बदलता दिखाई देता है
उमड़-उमड़ के जो आते हैं मेघ आँगन में
फटा सा आँचल तरसता दिखाई देता है
फटा सा आँचल तरसता दिखाई देता है
कई रातों से भूखा सो रहा था जो बच्चा
आज फिर माँ से उलझता दिखाई देता है
झूठे वादों की लोरियों से परेशां है जो
वही हाकिम से झगड़ता दिखाई देता है
वही हाकिम से झगड़ता दिखाई देता है
अरे पैसों के गुलामों कभी तो यह देखो
क़ैद में पंछी तड़पता दिखाई देता है
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 9-6-2016 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2368 में दिया जाएगा
ReplyDeleteधन्यवाद
शुक्रिया दिलबाग भाई!
Deleteअरे पैसों के गुलामों कभी तो यह देखो
ReplyDeleteक़ैद में पंछी तड़पता दिखाई देता है...वेहतरीन शेर। बहुत खूब।
शुक्रिया मनीष जी...
Deleteअरे पैसों के गुलामों कभी तो यह देखो
ReplyDeleteक़ैद में पंछी तड़पता दिखाई देता है...वेहतरीन शेर। बहुत खूब।
अरे पैसों के गुलामों कभी तो यह देखो
ReplyDeleteक़ैद में पंछी तड़पता दिखाई देता है...वेहतरीन शेर। बहुत खूब।
sundar ..
ReplyDeleteशुक्रिया कविता जी
Deletesundar ..
ReplyDeleteबहुत खूब , मंगलकामनाएं आपको.....
ReplyDeleteशुक्रिया सतीश भाई :)
Deleteबहुत ही बेहतरीन किस्म की गज़ल की प्रस्तुति। मुझे बहुत पसंद आई।
ReplyDeleteहौसला अफ़ज़ाई के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया जमशेद आज़मी जी...
Deleteबहुत दिनों बाद आना हुआ ब्लॉग पर प्रणाम स्वीकार करें
ReplyDeleteवक़्त मिले तो हमारे ब्लॉग पर भी आयें|
http://sanjaybhaskar.blogspot.in
ज़रूर संजय भाई!
Deleteआपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" गुरुवार 16 जून 2016 को में शामिल किया गया है।
ReplyDeleteबेहद रोचक एवं दिलचस्प लेख......आपने इस लेख के माध्यम से मेरे मन में एक विचार उत्पन्न कर दिया.....अप्रतिम व आपको बधाई....ऐसी ही एक रचना बदलाव जिंदगी का आप शब्दनगरी के माध्यम से पढ़ व लिख सकतें हैं.....
ReplyDeleteअरे यार....मैं रास्ता कैसे भूल गया था। कितना एक बार ही में पढ़ूं। अभी नहीं पढ़ूंगा...बेहतर है सुनना...मैं..तुम...और हमारे बैचेन शब्द...
ReplyDeleteअरे वाह ये तो शीर्षक बन गया..इसी पर क्यों न हो जाए ब्लॉग मीट.....कोई जगह सुझाओ कनॉट के आसपास...चाहें 2 हों या 4
आगामी शनिवार
कर लीजिये अरेंज रोहित भाई,हम तैयार हैं!
Deleteमाँ और बेटे की ऐसी तस्वीर जो विचलित कर देती है - सजीव चित्रण
ReplyDelete-Neeraj
Behad sundar ghazal kahi hai aapne. Cocolog, Mixcloud & Xda profile
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