एक ऐसे शायर से मुलाकात जिसकी जुबान पर महबूब के पांव की खामोशी नहीं बल्कि कान छिदवाती गरीबी होती है... मिलिए मुनव्वर राना से इस बार के हम लोग में।
कल मेरी ज़िन्दगी को मशहूर शायर जनाब मुनावार राना साहब के साथ मुलाक़ात का ताउम्र ना भूलने वाला मौका मयस्सर हुआ। इस लुफ्त-अन्दोज़ मुलाक़ात के सफ़र में दीगर हज़रात के साथ जनाब संतोष त्रिवेदी और सानंद रावत जी मेरे हम-कदम थे। एनडीटीवी के प्रोग्राम 'हमलोग' में उनकी आमद की खबर संतोष भाई ने मुझे दी और मालूम किया कि क्या आप आना चाहते हैं... भला इसका जवाब ना में कैसे दिया जा सकता था?
उनसे मिलना, उनको अपनी आँखों के सामने सुनना, मेरे लिए ख्वाब जैसा था, इसलिए बिना सोचे समझे ही हाँ कर दी। इस मुलाक़ात के लिए मैं संतोष भाई का तहे-दिल से आभारी हूँ...
उम्मीद है उनको देख-सुन कर आपको भी एक अजब सा लुत्फ़ मिला होगा!
मुनव्वर राना साहब के साथ खाकसार |
बधाइयाँ !
ReplyDeleteशुक्रिया शिवम भाई...
Deleteशहनवाज़ भाई मुनव्वर भाई के साथ आपको देखकर सचमुच बहुत खुशी हुई। अधिक खुशी उन्हे स्वस्थ देख कर हुई। पिछले दो महिने से वे एम्स में ऎडमिट थे। परेशानी के समय में भी उनको शायरी सूझ रही थी:) मुझे वो अपनी छोटी बहन मानते हैं। पिछले कई वर्षों से मै उनसे उनके परिवार से जुड़ी हूँ। कभी महसूस ही नही हुआ कि उन्हे जानना चन्द सालों का ही है। अब मिले तो उन्हे मेरा प्रणाम कहियेगा।
ReplyDeleteजानकार बहुत ही खुशी हुई सुनीता जी... मुनव्वर साहब ने मोबाइल नंबर दिया है अपना... बात होगी तो आपका प्रणाम उनतक पहुंचा दूँगा...
Deleteजय हो ऐसी मुलाकातें तो ताउम्र याद रखने वाली होती हैं शाहनवाज़ भाई । बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं आपको
ReplyDeleteबहुत-बहुत शुक्रिया अजय भाई.... आपने बिलकुल सही कहा...
Deleteबहुत गज़ब अनुभूति रही ,साहब से मिलकर !
ReplyDelete...हम तो धन्य हुए !
वाकई.....
Deleteबहुत बहुत मुबारकवाद
ReplyDeleteफेसबुक पर यूट्यूब की विडियो कैसे पोस्ट करें?
शुक्रिया अलोक भाई....
Deleteअच्छा लगा
ReplyDeleteसच में बहुत अच्छा लगा....
Deleteधरोहर होती हैं ऐसी मुलाकातें
ReplyDeleteशत-प्रतिशत सही कहा आपने वर्मा जी...
Deleteबधाई आपको...
ReplyDeleteशुक्रिया सतीश भाई...
Deleteहालाँकि राना साहब के बारे में नहीं जनता , लेकिन आपकी ख़ुशी बता रही है की काफी ऊंची शख्सियत से मिले हैं . बधाई .
ReplyDeleteबिलकुल... ऊपर वाला वीडियो देखिये.... काफी कुछ जान जाएँगे...
Deleteब्लॉग पर उनके बारे में लिखने की कोशिश करूँगा
सच में, बहुत अच्छा लगा..
ReplyDeleteशब्दों में बयां करना मुश्किल है...
Deleteज़र्रा नवाजी आपकी अजय भाई...
ReplyDeleteआपके इस खूबसूरत पोस्ट का एक कतरा हमने सहेज लिया है आपातकाल और हम... ब्लॉग बुलेटिन के लिए, पाठक आपकी पोस्टों तक पहुंचें और आप उनकी पोस्टों तक, यही उद्देश्य है हमारा, उम्मीद है आपको निराशा नहीं होगी, टिप्पणी पर क्लिक करें और देखें … धन्यवाद !
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