फ़ासिज़्म के पेरुकार
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फ़ासिज़्म की एक पहचान यह भी है कि इसके पेरुकार अपने खिलाफ उठने वाली आवाज़ को
बर्दाश्त नहीं कर सकते, हर हाल में कुचल डालना चाहते हैं!
सबसे बड़ा सवाल
Posted on by Shah Nawaz in
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हँसने वाला हसबैंड = परमवीरचक्र धारी?
ReplyDeleteइस गुण वाला तो hasband ही हो सकता है
ReplyDeleteहँसने वाला बैंड
ReplyDelete:))))
ReplyDeleteजो मौन हो जाये भारत में तो उसे मुनि कहते हैं .
ReplyDeleteऐसे लोगों के पीछे तमाम हंस-मुख ख़ुशी ख़ुशी घूमते हैं .
http://tobeabigblogger.blogspot.com/2011/05/art-of-blogging.html
हस बैंड, बिलकुल सही जवाब| धन्यवाद|
ReplyDeleteहा..हा..हा..।
ReplyDelete:) :)
ReplyDeleteGajab ka arth khoja hai.
ReplyDelete............
खुशहाली का विज्ञान!
ये है ब्लॉग का मनी सूत्र!
हसबंड का नाम, हंसमुख की तर्ज़ रोमुख कैसा रहेगा शाहनवाज़ भाई ?
ReplyDeleteवैसे ऐसे बहुत लोग हैं जो हँसते हैं तो लगता है उन्होंने अहसान कर दिया हो सामने वाले पर ! मगर यह बात हसबंड पर लागू नहीं होती वह तो बेचारा ....
आप तो ऐसे नहीं हो :-) ?
जब बैंड बजेगा तब हँसना भूल जाओगे :)
ReplyDeleteसतीश भाई- रोतीसूरत तो है ही:)
ReplyDeleteसतीश भाई,
ReplyDeleteक्यों सबके सामने पोल खोलना चाहते हो???? ;-)
हाल सबका क्यों किया सार्वजनिक।
ReplyDelete@ चन्द्र मौलेश्वर प्रसाद,
ReplyDeleteसच बात है भाई जी , शाहनवाज़ भाई ने आज बड़ा खतरनाक विषय छेड़ दिया है.... :-)
शुभकामनायें आपको !
:-)
ReplyDeleteशाहनवाज़ भाई ! मतलब शादी के चार साल बाद भी हम has-band नहीं हो पाए है....???
ReplyDeleteकुँवर जी,
@ kunwarji's
ReplyDelete:-)
अरे वाह... हरदीप भाई, वैसे ऐसे विरले ही मिलते हैं... :-) :-) :-)